Sunday, June 10, 2012

अशोक आंद्रे

चिड़िया रानी

मेरी प्यारी सुन्दर चिड़िया

चूँ -चूँ , चूँ -चूँ  करती  है।

फुदक-फुदक हर आँगन में

इधर-उधर वह तकती  है।










देख उसे फिर मुन्ना  राजा

दाना  आँगन   में बिखराता।

धीरे से  फिर आगे  बढ़कर 

उसे तुरंत   पकड़ने   जाता।


लेकिन चिड़िया अपनी धुन में 

चूँ -चूँ , चूँ -चूँ   करती    है।

आँगन का वह दाना चुगकर 

चुपके  से  उड़   जाती     है।