Saturday, May 29, 2010

अशोक आंद्रे


मेरी चिड़िया

मेरी प्यारी सुन्दर चिड़िया
चूँ -चूँ , चूँ -चूँ करती है ।
फुदक -फुदककर हर आँगन में
इधर-उधर वह तकती है ।

देख उसे फिर मुन्ना राजा
दाना आँगन में बिखराता ।
धीरे से फिर आगे बढकर
उसे तुरंत पकड़ने जाता ।

लेकिन चिड़िया अपनी धुन में
चूँ-चूँ, चूँ-चूँ करती है ।
आँगन का वह दाना चुगकर
चुपके से उड़ जाती है ।